बच्चों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने में आधार कार्ड बन रही है बाधा
बच्चों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने में आधार कार्ड बन रही है बाधा
शिक्षा विभाग द्वारा विकसित की शिक्षकोष पोर्टल पर बच्चों की जानकारी अपलोड करने में आधार कार्ड बहुत बड़ी बाधा बनकर सामने आ रही है जबकि विभाग द्वारा आधार कार्ड सहित बच्चों की पूरी जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने को लेकर 31 अगस्त तक का ही समय दिया गया है
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के सभी 19 प्रखंडों में कुल 2390 विद्यालय संचालित हो रहे हैं इसमें से सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय शामिल है इसमें से 2385 विद्यार्थी द्वारा एंट्री भी शुरू की गई है
आंकड़ों पर गौर करें तो इन विद्यालय में कुल 425260 बच्चे नामांकित है इसमें से 340964 बच्चों का आधार अपलोड किया गया है जबकि अभी भी 84 हजार बच्चों का आधार कार्ड अपलोड करना शेष रह गया है वहीं दूसरी ओर कल 6980 विद्यालयों में से 570 के द्वारा एंट्री किया जा रहा है इसमें 90000 520 बच्चों में से 52852 बच्चों के आदर सहित अन्य जानकारियां अपलोड की गई है
जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर ही बच्चों का बनेगा आधार कार्ड
विद्यालय में नामांकित बच्चों का आधार कार्ड बनाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है जन्म प्रमाण पत्र जरूर को देखते हुए बिहार सरकार के अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निदेशक सह मुख्य रजिस्ट्रार ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश जारी किया है जिसमें कहा गया है की जन्म की घटनाओं का रजिस्ट्रेशन के लिए बच्चों के माता-पिता या उनकी अनुपस्थिति में नजदीकी व्यस्त रिश्तेदार एवं प्रारूप संख्या के 1 जनवरी रिपोर्ट 100 घोषणा पत्र आवेदक का आधार पहचान पत्र एवं वेतन शुल्क 1 वर्ष के ऊपर स्थिति में ₹10 के साथ संबंधित प्रखंड कार्यालय में आवेदन देना होगा प्रखंड विकास पदाधिकारी सा अपर जिला रजिस्ट्रार अपने स्तर से प्राप्त आवेदनों की शुद्धता की सत्यापन के बाद आदेश जारी करेंगे
वीडियो से प्राप्त आदेश के बाद आवेदन सबमिट प्रखंड के संबंध ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी व प्रखंड शांति की पदाधिकारी को उपलब्ध कराने को कहा गया है पत्र के अनुसार यदि बच्चे का जन्म पूर्व में संस्थागत अर्थात सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में हुई है तो उसे बच्चे का जन्म रजिस्ट्रेशन संबंधित सदर अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अनुमंडल अस्पताल रेफरल अस्पताल के स्तर पर किया जाएगा