दो स्कूलों मे एक बच्चे का नामांकन रहने पर एक स्कुल से कटेगा बच्चे का नाम, गुरूजी को करना होगा ये काम
दो स्कूलों मे एक बच्चे का नामांकन रहने पर एक स्कुल से कटेगा बच्चे का नाम, गुरूजी को करना होगा ये काम
दो स्कूलों में नामांकित बच्चों की पहचान कर उनके नाम एक जगह से काटे जाएंगे इसके लिए पहले अभिभावक से सहमति ली जाएगी कि वह कौन से स्कूल में अपने बच्चों को नामांकित रखना चाहते हैं इस शिक्षकोष पोर्टल के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान होगी जिस पर सभी बच्चों की सूची अपलोड की जा रही है शिक्षा विभाग के निर्देश पर ही शिक्षा को पोर्टल पर राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के बच्चों की सूची उनके नाम और आधार संख्या के साथ दर्ज की जा रही है
विभागीय पदाधिकारी कहते हैं कि कोई बच्चा सरकारी और निजी दोनों स्कूल में नामांकित है तो उसका आधार नंबर दोनों जगह पर दिखेगा इस तरह से ऐसे बच्चों की अलग सूची बनेगी राजकीय सरकार स्कूलों में पढ़ने वाले एक करोड़ 40 लाख बच्चों की सूची पोर्टल पर दर्ज हो चुकी है वहीं निधि स्कूलों के सभी आठवीं लाख 8 लाख बच्चों की सूची इस पोर्टल पर उनके आधार नंबर के साथ दर्ज की गई है
इस तरह कल एक करोड़ 48 लाख बच्चों की सूची दर्ज हुई है इसमें कुछ ऐसे हैं जो सरकारी और निजी दोनों में नामांकित है सभी बच्चों की सूची दर्ज होने के बाद ही स्कूल में नामांकित बच्चों की पहचान कर संबंधित जिला में सूची भेज कर उनके अभिभावक से संपर्क स्थापित किया जाएगा
कक्षा पांचवी के 15 लाख बच्चों की सूची पोर्टल पर हुई दर
इस शिक्षा कोष पोर्टल पर सरकारी स्कूल में प्राथमिक कक्षा 1 से 8 में सबसे कम पहले बच्चों की सूची दर्ज हुई है इस संबंध में विभाग के पदाधिकारी बताते हैं की पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के काम आधार कार्ड बने हैं यही कारण है कि उनकी सूची कम संख्या में दर्ज हुई है वही पांचवी के 15 लाख बच्चों की सूची पोर्टल पर दर्ज हो चुकी है दूसरी के 11 लाख बच्चों के नाम और उनके आधार संख्या के साथ पोर्टल पर अपलोड की जा चुकी है